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What is Gokhru?

Gokhru Chota (Tribulus terrestris) is a well-known medicinal plant, which is widely used in Ayurvedic medicine. It is known as “Small Caltrops” in English. This plant consists of small thorny fruits as well as yellow flowers and is found all over the world especially in tropical regions. Gokhru Chota plant grows mainly in dry and barren lands. This plant is known for its thorny seeds, which fall on the ground and spread and give rise to new plants. Its seeds and fruits are rich in medicinal properties and are useful in the treatment of many types of health problems.

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Benefits of Gokhru Chota

1. Benefits of Gokhru Chota for Kidney Stones

Gokhru Chota has been used since ancient times in the treatment of kidney stones. There are many scientific and traditional reasons behind its use, which make it effective for kidney stones.

*Diuretic properties

Gokhru Chota has diuretic properties, which help in increasing urine production. This property is helpful in flushing out toxins and minerals through the kidneys, reducing the chances of kidney stone formation. Regular consumption of Gokhru Chota keeps the urethra clear and the stone particles pass out with urine.

*Helps in breaking stones

Consumption of Gokhru Chota helps in breaking kidney stones into smaller pieces. Its chemical components help dissolve and break down the stone, making it pass out easily through urine.

*Relief in inflammation and pain

Kidney stones often cause inflammation and severe pain. Gokhru Chota has anti-inflammatory properties, which are helpful in reducing inflammation and relieving pain. Consuming it reduces inflammation in the urethra and kidneys and relieves pain caused by stones.

2. Benefits of Gokharu Chota for Sexual Problems

The use of Gokharu Chota is considered extremely beneficial in improving sexual health. This medicinal plant can be helpful in treating sexual problems for both men and women. Active compounds such as phytosterols, saponins and flavonoids are found in the seeds of Gokharu Chota, which play an important role in improving sexual health.

*Benefits for Men

In men, consumption of Gokharu Chota helps in treating erectile dysfunction (impotence). It improves blood circulation, which improves blood flow to the penis and improves the quality of erection. Apart from this, it helps in increasing the level of testosterone hormone, which increases sexual power and stamina. This increases the sexual desire and performance of men.

*Benefits for Women

In women, consumption of Gokharu Chota helps in removing hormonal imbalance. It increases women’s sexual desire (libido) and is helpful in reducing sexual problems, such as vaginal dryness and difficulty in orgasm. Apart from this, Gokhru Chota is also useful in reducing menstrual problems, such as PMS and pain during menstruation.

3. Benefits of Gokhru in fever

The use of Gokhru Chota is considered very effective in reducing fever. It has anti-inflammatory and anti-pyretic properties, which help in controlling body temperature and reducing fever. When there is any type of infection in the body, the immune system increases the temperature to fight it, causing fever. The anti-inflammatory properties present in Gokhru Chota reduce inflammation and irritation, which makes the body temperature normal. Apart from this, its anti-pyretic properties are helpful in reducing fever.

Drinking a decoction of Gokhru Chota provides relief from fever. For this, boil 1 teaspoon of Gokhru powder in 2 cups of water and when the water is reduced to half, filter it and drink it. Consuming this decoction twice a day helps in reducing fever.

4. Gokhru beneficial in preventing diarrhea

The use of Gokhru Chota is considered very beneficial in preventing diarrhea. Diarrhea is a common digestive problem, in which a person has frequent loose stools and may have abdominal cramps. In this condition, too much water and salts are removed from the body, which can lead to dehydration and weakness. The anti-diarrheal properties present in Gokhru Chota are helpful in stopping diarrhea and improving stomach health.

The powder or decoction of Gokhru Chota is useful in the treatment of diarrhea. Consuming it reduces inflammation in the intestines and provides relief to the digestive system. To prepare the decoction of Gokhru Chota, boil one teaspoon of Gokhru powder in two cups of water and when this water is reduced to half, filter it and drink it twice a day. Its regular consumption gives relief from diarrhea and strengthens the digestive system.

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गोखरू क्या है?

गोखरू छोटा (Tribulus terrestris) एक प्रसिद्ध औषधीय पौधा है, जिसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसे अंग्रेजी में “Small Caltrops” के नाम से जाना जाता है। यह पौधा छोटे कँटीले फलों के साथ-साथ पीले फूलों से युक्त होता है और पूरे विश्व में विशेषकर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। गोखरू छोटा का पौधा मुख्य रूप से शुष्क और बंजर भूमि में उगता है। यह पौधा अपने कँटीले बीजों के लिए जाना जाता है, जो जमीन पर गिरकर फैलते हैं और नए पौधों को जन्म देते हैं। इसके बीज और फल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में उपयोगी होते हैं।

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गोखरू छोटा के फायदे

1. किडनी के पथरी के लिए गोखरू छोटा के फायदे

गोखरू छोटा का उपयोग किडनी की पथरी के इलाज में प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है। इसके उपयोग के पीछे कई वैज्ञानिक और पारंपरिक कारण हैं, जो इसे किडनी की पथरी के लिए प्रभावी बनाते हैं।

*मूत्रवर्धक गुण

गोखरू छोटा में मूत्रवर्धक (diuretic) गुण होते हैं, जो मूत्र उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह गुण किडनी के माध्यम से विषाक्त पदार्थों और खनिजों को बाहर निकालने में सहायक होता है, जिससे किडनी की पथरी बनने की संभावना कम हो जाती है। नियमित रूप से गोखरू छोटा का सेवन करने से मूत्रमार्ग साफ रहता है और पथरी के कण मूत्र के साथ बाहर निकल जाते हैं।

*पथरी को तोड़ने में मदद

गोखरू छोटा के सेवन से किडनी की पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद मिलती है। इसके रासायनिक संघटक पथरी को घुलने और टूटने में सहायता करते हैं, जिससे यह मूत्र के माध्यम से आसानी से बाहर निकल जाती है।

*सूजन और दर्द में राहत

किडनी की पथरी अक्सर सूजन और तेज दर्द का कारण बनती है। गोखरू छोटा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने और दर्द को राहत देने में सहायक होते हैं। इसका सेवन करने से मूत्रमार्ग और किडनी में होने वाली सूजन कम होती है और पथरी के कारण होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

2.सेक्सुअल समस्याओं के लिए गोखरू छोटा के फायदे

गोखरू छोटा का उपयोग यौन स्वास्थ्य सुधारने में अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह औषधीय पौधा पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यौन समस्याओं के इलाज में सहायक हो सकता है। गोखरू छोटा के बीजों में फाइटोस्टेरोल्स, सैपोनिन्स और फ्लेवोनोइड्स जैसे सक्रिय यौगिक पाए जाते हैं, जो यौन स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

*पुरुषों के लिए लाभ

पुरुषों में, गोखरू छोटा का सेवन इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) के इलाज में मदद करता है। यह रक्त परिसंचरण को सुधारता है, जिससे लिंग में रक्त प्रवाह बेहतर होता है और इरेक्शन की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अलावा, यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जो यौन शक्ति और स्टैमिना को बढ़ाता है। इससे पुरुषों की यौन इच्छा और प्रदर्शन में वृद्धि होती है।

*महिलाओं के लिए लाभ

महिलाओं में, गोखरू छोटा का सेवन हार्मोनल असंतुलन को दूर करने में मदद करता है। यह महिलाओं की यौन इच्छा (लिबिडो) को बढ़ाता है और यौन संबंधी समस्याओं, जैसे वजाइनल ड्राईनेस और ऑर्गेज्म की कठिनाई को कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा, गोखरू छोटा मासिक धर्म की समस्याओं, जैसे पीएमएस और मासिक धर्म के दौरान दर्द को कम करने में भी उपयोगी होता है।

3. बुखार में गोखरू के फायदे

गोखरू छोटा का उपयोग बुखार को कम करने में बहुत प्रभावी माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) और एंटी-पायरेटिक (anti-pyretic) गुण होते हैं, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और बुखार को कम करने में मदद करते हैं। जब शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण होता है, तो इम्यून सिस्टम उसे लड़ने के लिए तापमान बढ़ा देता है, जिससे बुखार होता है। गोखरू छोटा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और जलन को कम करते हैं, जिससे शरीर का तापमान सामान्य होता है। इसके अलावा, इसके एंटी-पायरेटिक गुण बुखार को कम करने में सहायक होते हैं।

गोखरू छोटा का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार में राहत मिलती है। इसके लिए 1 चम्मच गोखरू पाउडर को 2 कप पानी में उबालें और जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छानकर पी लें। इस काढ़े का सेवन दिन में दो बार करने से बुखार कम होने में मदद मिलती है।

4. दस्त रोकने में फायदेमंद गोखरू

गोखरू छोटा का उपयोग दस्त रोकने में बहुत फायदेमंद माना जाता है। दस्त या डायरिया एक सामान्य पाचन समस्या है, जिसमें व्यक्ति को बार-बार ढीला मल आता है और पेट में ऐंठन हो सकती है। इस स्थिति में शरीर से बहुत अधिक पानी और लवण निकल जाते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन और कमजोरी हो सकती है। गोखरू छोटा में मौजूद एंटी-डायरियल गुण दस्त को रोकने और पेट की सेहत को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं।

गोखरू छोटा का पाउडर या काढ़ा दस्त के उपचार में उपयोगी होता है। इसका सेवन करने से आंतों में सूजन कम होती है और पाचन तंत्र को राहत मिलती है। गोखरू छोटा के काढ़े को तैयार करने के लिए एक चम्मच गोखरू पाउडर को दो कप पानी में उबालें और जब यह पानी आधा रह जाए, तो इसे छानकर दिन में दो बार पी लें। इसके नियमित सेवन से दस्त में राहत मिलती है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।

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100gm, 200gm, 400gm

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