Brijbooti

What is Ashoka bark

Ashoka bark is an effective medicine used in Ayurvedic medicine which is obtained from the bark of the Ashoka tree. Its scientific name is Saraca asoca, and it is found in the Indian subcontinent. Since ancient times, it has been used in the treatment of women’s physical and reproductive health problems. Ashoka bark is mainly used to treat menstrual irregularities, heavy bleeding, and uterine disorders.

Elements like tannic acid, flavonoids, and gallic acid present in Ashoka bark make it an excellent antioxidant and anti-inflammatory. It helps in maintaining the hormonal balance of women and improves the health of the reproductive system. Also, this bark is a pain reliever, which reduces pain and cramps during menstruation.

Click on the link to know how to use it – https://brijbooti.in/ashok-chaal-benefits-in-hindi/

Benefits of Ashoka Bark

1. Useful in menstrual irregularities (Benefits of Ashoka bark)

Ashoka bark has been used in Ayurveda for centuries to cure menstrual irregularities in women. This natural herb helps maintain the health of the uterus and regulates hormonal balance, thereby regulating the menstrual cycle. Many women face excessive bleeding, pain and cramps during menstruation, which can affect the quality of life. Consuming Ashoka bark provides relief from these problems, as it strengthens the muscles of the uterus and normalizes their function.

2. Controls excessive bleeding (Ashok bark benefits)

Ashoka bark is considered especially useful in Ayurvedic medicine for controlling excessive menstrual bleeding (menorrhagia). Its bark contains elements like tannic acid and gallic acid, which are helpful in reducing excessive bleeding by strengthening the inner layer of the uterus.

3. Pain reliever (Ashoka bark benefits)

One of the major benefits of Ashoka bark is that it helps in reducing pain and cramps during menstruation. Many women face severe abdominal pain, cramps, back pain and other physical discomforts during menstruation. The natural elements present in Ashoka bark relax the muscles of the uterus, thereby relieving pain and discomfort.

4. Improves Uterine Health (Benefits of Ashoka Bark)

Ashoka bark is considered highly important for uterine health in Ayurveda. This natural medicine strengthens the muscles of the uterus and helps keep it healthy. Consumption of Ashoka bark is beneficial in uterus-related problems, such as uterine inflammation, fibroids, and other disorders. Its main property is that it strengthens the walls of the uterus and controls bleeding, thereby improving the functioning of the uterus.

5. Beneficial in Skin Diseases (Benefits of Ashoka Bark)

Ashoka bark is also very beneficial in the treatment of skin diseases. The antibacterial and anti-inflammatory properties present in it help in reducing skin irritation, infection, and inflammation. In Ayurveda, Ashoka bark is used to treat various skin disorders, such as eczema, boils, rashes, and blemishes. Its antioxidant properties help repair skin cells and keep the skin glowing and healthy.

Click on the link to know how to use it – https://brijbooti.in/ashok-chaal-benefits-in-hindi/

अशोक छाल क्या है

अशोक छाल आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग होने वाली एक प्रभावशाली औषधि है जो अशोक वृक्ष की छाल से प्राप्त की जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम Saraca asoca है, और यह भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। प्राचीन समय से ही इसका उपयोग महिलाओं की शारीरिक और प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जाता रहा है। अशोक छाल का मुख्य रूप से उपयोग मासिक धर्म की अनियमितताओं, भारी रक्तस्राव, और गर्भाशय के विकारों के इलाज में किया जाता है।

अशोक छाल में मौजूद टैनिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स, और गैलिक एसिड जैसे तत्व इसे एक उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी बनाते हैं। यह महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। साथ ही, यह छाल दर्द निवारक होती है, जो मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करती है।

इसका इस्तेमाल किस प्रकार करना है जानने के लिए लिंक पर क्लिक करे – https://brijbooti.in/ashok-chaal-benefits-in-hindi/

अशोक छाल के फायदे

1. मासिक धर्म की अनियमितता में उपयोगी (अशोक छाल के फायदे)

अशोक छाल का उपयोग महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितताओं को ठीक करने के लिए आयुर्वेद में सदियों से किया जा रहा है। यह प्राकृतिक औषधि गर्भाशय के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है और हार्मोनल संतुलन को नियंत्रित करती है, जिससे मासिक धर्म चक्र नियमित होता है। कई महिलाएं मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव, दर्द और ऐंठन का सामना करती हैं, जो जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। अशोक छाल का सेवन करने से इन समस्याओं में राहत मिलती है, क्योंकि यह गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत करता है और उनके कार्य को सामान्य बनाता है।

2. अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करता है (अशोक छाल के फायदे)

अशोक छाल अत्यधिक मासिक धर्म रक्तस्राव (मेनोरेजिया) को नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा में विशेष रूप से उपयोगी मानी जाती है। इसकी छाल में टैनिक एसिड और गैलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो गर्भाशय की भीतरी परत को सुदृढ़ करके अत्यधिक रक्तस्राव को कम करने में सहायक होते हैं।

3. दर्द निवारक (अशोक छाल के फायदे)

अशोक छाल का एक प्रमुख लाभ यह है कि यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती है। मासिक धर्म के दौरान कई महिलाएं पेट में तेज दर्द, ऐंठन, पीठ दर्द और अन्य शारीरिक तकलीफों का सामना करती हैं। अशोक छाल में मौजूद प्राकृतिक तत्व गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देते हैं, जिससे दर्द और असुविधा में राहत मिलती है।

4. गर्भाशय के स्वास्थ्य में सुधार (अशोक छाल के फायदे)

अशोक छाल को आयुर्वेद में गर्भाशय के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह प्राकृतिक औषधि गर्भाशय की मांसपेशियों को सुदृढ़ करती है और इसे स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। गर्भाशय से संबंधित समस्याओं, जैसे कि गर्भाशय की सूजन (यूटराइन इंफ्लेमेशन), फाइब्रॉएड्स, और अन्य विकारों में अशोक छाल का सेवन फायदेमंद होता है। इसका प्रमुख गुण यह है कि यह गर्भाशय की दीवारों को मजबूत करता है और रक्तस्राव को नियंत्रित करता है, जिससे गर्भाशय की कार्यप्रणाली में सुधार होता है।

5. त्वचा रोगों में लाभकारी (अशोक छाल के फायदे)

अशोक छाल त्वचा रोगों के उपचार में भी बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की जलन, संक्रमण, और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में अशोक छाल का उपयोग त्वचा के विभिन्न विकारों, जैसे कि एक्जिमा, फोड़े-फुंसी, दाने और दाग-धब्बों के इलाज के लिए किया जाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा की कोशिकाओं की मरम्मत में सहायता करते हैं और त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखते हैं।

इसका इस्तेमाल किस प्रकार करना है जानने के लिए लिंक पर क्लिक करे – https://brijbooti.in/ashok-chaal-benefits-in-hindi/

Ashoka root, bark, and seeds can be used to treat eczema, acne, dermatitis, herpes scabies, and psoriasis. Also, it reduces freckles, calms inflammation, and rejuvenates the complexion.

Benifites of Ashoka Chaal
A central nervous system that is overactive can be relaxed by Ashoka,
Effective for the health of the heart.
A number of skin conditions, such as eczema and acne, can be treated with Ashoka.
Ashok’s bark purifies the blood, thus bringing a glow to the skin.
Period pains and stomach cramps are reduced by Ashoka bark

According to Ayurveda Ashoka (saraca indica), also called asoca, bark powder is an effective uterine tonic, as it eases heavy menstrual flow and relieves discomfort.

Supports hormone balance & eases menopause symptoms like hot flushes, night sweats, sleep problems, mood swings, and weight gain

Female infertility and endometriosis – Ashoka is believed to be particularly effective in treating infertility in women. Traditional healers in remote parts of India use Ashoka to treat reproductive disorders, according to a study published in Complementary Therapies in Clinical Practice.

How to use
Boil the water until it reduces by half. Boil Ashoka bark in water and drink.

Names in different languages

Botanical Saracaasoca
Hindi Ashoka Chaal
English Ashoka Peel
Sanskrit Kankeli
Marathi Ashok
Malyalam Asokam
Kannada Ashokadamara
Weight N/A
Dimensions N/A
Weight

100gm, 200gm, 400gm, 800gm

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “BrijBooti Ashok Chaal – Ashoka Bark – Saraca Ashoka Bark – Ashok Tree Bark”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Quick Cart

Add a product in cart to see here!
0